विस्तार
जम्मू कश्मीर के मतदाता आज 10 साल बाद जम्हूरियत का जश्न मनाएंगे। 18 सितंबर को केंद्र शासित प्रदेश में पहले चरण का मतदान है। इस चरण में 24 सीटों पर कुल 219 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इसमें कश्मीर घाटी की 16 सीटों जबकि जम्मू संभाग की आठ सीटों के लिए मतदाता वोट डालेंगे।

- पहले जान लेते हैं चुनाव कार्यक्रम क्या है?
- पहले चरण में कितने मतदाता हैं?
- कितने मतदान केंद्र हैं?
- इस चुनाव के चेहरे कौन?
- उम्मीदवारों के बारे में
- तीन सबसे अमीर प्रत्याशी
- 49% उम्मीदवार कम से कम स्नातक
- 32% उम्मीदवार 25 से 40 वर्ष के
- 35,000 से अधिक विस्थापित कश्मीरी पंडित मतदान करने के पात्र
पहले जान लेते हैं चुनाव कार्यक्रम क्या है?
जम्मू कश्मीर में तीन चरण में विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे। पहले चरण के लिए अधिसूचना 20 अगस्त को जारी हुई, वहीं नामांकन की आखिरी तारीख 27 अगस्त रही। उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख 30 अगस्त थी। 18 सितंबर को पहले चरण में 24 विधानसभा सीटों के लिए मतदान है। हरियाणा के साथ ही जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 अक्तूबर को घोषित किए जाएंगे।
पहले चरण में कितने मतदाता हैं?
जम्मू कश्मीर में पहले चरण की 24 विधानसभा सीटें हैं। इस चरण में 23,27,580 मतदाता मतदान करने के पात्र हैं। इनमें से 11,76,462 पुरुष मतदाता, 11,51,058 लाख महिला मतदाता और 60 अन्य मतदाता शामिल हैं। पहले दौर में 5.66 लाख युवा मतदान करने के पात्र हैं। इनमें से 18 से 19 साल की आयु के 1,23,960 युवा मतदाता हैं जो पहली बार मतदान करने के लिए पात्र हैं। वहीं 18 से 29 साल की आयु के बीच 5.66 लाख मतदाता हैं। इस चरण में 28,309 दिव्यांग (PwD) और 85 साल से अधिक आयु के 15,774 मतदाता भी भाग लेंगे।
कितने मतदान केंद्र हैं?
जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। चुनाव आयोग ने पहले दौर की 24 विधानसभा सीटों पर कुल 3276 मतदान केंद्र बनाए हैं। मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग ने कुछ विशेष कदम उठाए हैं। यहां खास तौर पर महिलाओं केंद्रित पिंक स्टेशन, दिव्यांगों के लिए मतदान केंद्र, युवाओं के लिए मतदान केंद्र और ग्रीन मतदान केंद्र भी बनाए गए हैं।
इस चुनाव के चेहरे कौन?
लोकसभा चुनाव के नतीजों की बात करें तो पांच में दो-दो सीटों पर भाजपा और नेशनल कॉन्फ्रेंस को जीत मिली थी। जबकि एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार जीतने में सफल रहा था। वहीं, वोट शेयर के लिहाज से सबसे ज्यादा 24.36 फीसदी वोट भाजपा को मिले थे। नेशनल कॉन्फ्रेंस को 22.3 तो कांग्रेस 19.38 फीसदी लोगों ने वोट दिया था। राज्य की चौथी सबसे बड़ी पार्टी पीडीपी को 8.48 फीसदी वोट मिले थे। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती यह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ रही हैं, लेकिन उनकी बेटी इल्तिजा बिजबिहाड़ा सीट से चुनाव मैदान में हैं। वहीं एक और पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला दो सीटों- गांदरबल और बडगाम से चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस की ओर से राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके गुलाम नबी आजाद अपना दल बना चुके हैं। जबकि भाजपा पहली बार सत्ता में आने की कोशिश कर रही है।
उम्मीदवारों के बारे में
जम्मू कश्मीर के पहले चरण के चुनाव में कुल 219 उम्मीदवार उतरे हैं। पहले दौर में महज नौ यानी चार फीसदी महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं। 219 उम्मीदवारों में से करीब आधे यानी (110) करोड़पति हैं। जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में चुनाव लड़ने वाले प्रत्येक उम्मीदवार की औसत संपत्ति तीन करोड़ रुपये है।
पार्टीवार करोड़पति उम्मीदवार के आंकड़े देखें तो सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने धनी उम्मीदवारों को टिकट दिया है। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, प्रमुख दलों में पीडीपी के 21 उम्मीदवारों में से 18 (86%) करोड़पति हैं। इसके अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस से 18 उम्मीदवारों में से 16 (89%), भाजपा से 16 उम्मीदवारों में से 11 (69%), कांग्रेस के नौ उम्मीदवारों में से आठ (89%) और आप के सात उम्मीदवारों में से एक (14%) प्रत्याशी करोड़पति है।
तीन सबसे अमीर प्रत्याशी
तीन सबसे धनी उम्मीदवारों की सूची देखें तो इसमें पहला नाम अब्दुल गफ्फार सोफी का है। अनंतनाग जिले की अनंतनाग पश्चिम सीट से पीडीपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे सोफी ने अपनी संपत्ति 66 करोड़ रुपये बताई है। दूसरे स्थान पर भी पीडीपी के इम्तियाज अहमद शान हैं। रामबन जिले की बनिहाल सीट से चुनाव लड़ रहे शान की संपत्ति 34 करोड़ की है। वहीं तीसरे स्थान पर जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के रफी अहमद मीर हैं। अनंतनाग जिले की पहलगाम सीट से उम्मीदवार मीर की दौलत 32 करोड़ की है।
49% उम्मीदवार कम से कम स्नातक
उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता पर गौर करें तो 103(47%) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता 5वीं और 12वीं कक्षा के बीच घोषित की है। 108(49%) उम्मीदवारों स्नातक या उससे ऊपर की डिग्री वाले हैं। पांच उम्मीदवार डिप्लोमा धारक हैं। 3 उम्मीदवारों ने खुद को निरक्षर बताया है।
32% उम्मीदवार 25 से 40 वर्ष के
उम्मीदवारों की आयु के बारे में बात करें तो 70 (32%) उम्मीदवारों की आयु 25 से 40 वर्ष के बीच है। 108 (49%) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच बताई है। 41 (19%) उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने अपनी आयु 61 से 80 वर्ष के बीच घोषित की है।
पहले चरण में चुनाव लड़ने वाले 219 उम्मीदवारों में से 36 (16%) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। 25 (11%) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
35,000 से अधिक विस्थापित कश्मीरी पंडित मतदान करने के पात्र
पहले चरण में देशभर से 35,000 से अधिक विस्थापित कश्मीरी पंडित 24 मतदान केंद्रों पर मतदान करने के पात्र हैं। पहले चरण के चुनाव में इस समुदाय से छह उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। विस्थापित कश्मीरी पंडित दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जिलों की 16 सीटों पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
राहत एवं पुनर्वास आयुक्त डॉ. अरविंद करवानी के मुताबिक, जम्मू में 19 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए 34,852 ऐसे मतदाता पंजीकृत हैं। इसी तरह, उधमपुर और दिल्ली में 648 ऐसे कश्मीरी प्रवासी मतदाता पंजीकृत हैं, जो उधमपुर में एक मतदान केंद्र और दिल्ली में चार ऐसे मतदान केंद्रों पर अपना वोट डालेंगे। हालांकि, कश्मीरी पंडितों की अधिकांश आबादी दिल्ली में रहती है, लेकिन लगभग 600 लोगों ने चुनाव के लिए पंजीकरण कराया है।

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